कुञ्ज बिहारी लाल रे तेरी मेरी छनेगी !
तू बाँको तेरी बड़ी ठकुराई मैंने हु सीखी तोसे कछु लरिकाई !
आजा देख नन्द के लाला मेरी तेरी खूब बनेगी !!
कुञ्ज बिहारी लाल रे तेरी मेरी छनेगी !!
रोज प्रात हम संग यमुना तट जाकर खेल करेंगे न्यारे !
ग्वाल-वाल के टोला लेके माखन चोरी करेंगे प्यारे !
तू मोहि सुझा मैं तोकूँ बताऊँ कैसे-कैसे धूम मचेगी !!
कुञ्ज बिहारी लाल रे तेरी मेरी छनेगी !!
रंग भर-भर पिचकारी चलायें !
गोपी-ग्वाल सब रंग बर्षायें !
रंग रंगीले यार ओ होरी कैसी जमेगी !!
कुञ्ज बिहारी लाल रे तेरी मेरी छनेगी !!
मटकी-गागर सब पे निशाना !
सब हैं अपने कोई न बेगाना !
तेरा मेरा नाम एकसा काम में भी अब पूरी निभेगी !!
कुञ्ज बिहारी लाल रे तेरी मेरी छनेगी !!
राधे-राधे प्रचार रे देख कैसी छपेगी !!
कुज बिहारी लाल रे तेरी मेरी छनेगी !!
सब ब्रज मंडल हम घूमेंगे !
पाद न इसके बाहर तनिक रखेंगे !
एक प्रतिज्ञा तेरी मेरी मिलके साथ अच्छी निभेगी !!
कुञ्ज बिहारी लाल रे तेरी मेरी छनेगी !!
जो तेरे हैं प्यारे वो मेरे हैं !
श्रीजी नाम ते सब नाते हैं !
आजा मानजा दाऊजी के भैया !
श्री राधिका वल्लभ कृष्ण कन्हैया !
नटखट यसुमति लाल रे तेरी मेरी खिलेगी !!
कुञ्ज बिहारी लाल रे तेरी मेरी छनेगी !!जय-जय श्री राधे श्याम

