तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !
लिपट जाऊँ रज बनके - लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरे चरण-कमल से श्याम, लिपट जाऊँ रज बनके !
मोर मुकुट तेरे शीश पे सोहे !
प्यारी मुरली मुनि मन मोहे !
तेरे गल वैजन्ती माल लटक जाऊँ लट बनके !!
तेरे चरण-कमल से श्याम-ओरे श्याम... लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरे चरण-कमल से कान्ह लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरो नाम बड्यो सुख दाई !
तो संग प्यारे मैंने प्रीति लगाई !
मेरी नस-नस बस जाओ श्याम, बरस जाओ रस बनके !!
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
लिपट जाऊँ रज बनके-लिपट जाऊँ रज बनके !
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
श्री वृन्दावन की कुँजन विचरें !
कुञ्ज बिहारी दरस मन हरसें !
तेरी रूप माधुरी श्याम तकूँ चक-खग बनके !!
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरे चरण-कमल से कान्ह लिपट जाऊँ रज बनके !!
श्रीजी सेवा करें कन्हाई !
श्रीजी चरण रहे चित्त लुभाई !
श्री युगल किशोर सरकार , रहूँ तुम संग सब तजिकें !!
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरे चरण-कमल से कान्ह लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरे गीत मेरे संगीत !
ए मन मीत मेरे प्रीति की रीति !
तेरी माखन चोरी श्याम ,बुलाऊँ घर गोपी बनके !!
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरे चरण-कमल से कान्ह लिपट जाऊँ रज बनके !!
श्री राधिका वल्लभ राधे-राधे !
गाये "♥ ♥ गौरी" राधे-राधे !
शरण तिहारी प्यारे राधे-राधे !
तेरो सुमिरन आठों याम ,रहे मोहि सुधि बनके !!
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरे चरण-कमल से कान्ह लिपट जाऊँ रज बनके !!
लिपट जाऊँ रज बनके-लिपट जाऊँ रज बनके !
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
"" ♥ ♥ गौरी भजे तोहि आनंद ब्रज के !
श्री श्याम-राधिका जीवन ब्रज के !
तेरे बलिहारी श्याम-श्याम,वहूँ ब्रज रस बनके !!
तेरे चरण-कमल से श्याम ओरे श्याम... लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरे चरण-कमल से कान्ह लिपट जाऊँ रज बनके !!
लिपट जाऊँ रज बनके-लिपट जाऊँ रज बनके !
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
गीत गोविन्द "" केगौरी सुमिरन !
सूरसागर "" जीगौरीवन धन !
भये भाग मेरे अब आय ,जन्म लियो "राधिका" बनके !!
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरे चरण-कमल से कान्ह लिपट जाऊँ रज बनके !!
लिपट जाऊँ रज बनके-लिपट जाऊँ रज बनके !
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
"" गौरीबोले राधे-राधे !
श्री श्याम मिलादे राधे-राधे !
तेरे रंग रंगी घनश्याम ,चढ़े न कोई रंग तजिके !
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
तेरे चरण-कमल से कान्ह लिपट जाऊँ रज बनके !!
लिपट जाऊँ रज बनके-लिपट जाऊँ रज बनके !
तेरे चरण-कमल से श्याम लिपट जाऊँ रज बनके !!
♥ ♥ गौरी
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